Tuesday 28 April 2009

देश की गद्दार एंटोनियो माइनो मारियो पकड़ी गइ

बिनशकाले बिपरीत बुद्धि
CBI द्वारा कवात्रोची को क्लीन चिट देना एंटोनियो माइनो मारियो उर्फ सोनिया गांधी के देशविरोधी अपराधों की बेशर्मी की इंतहां है।
हमने पहले भी लिखा था आज फिर लिख रहे हैं कि मनमोहन सिंह गुलाम प्रधानमंत्री हैं व सारी की सारी सरकार देशविरोधी -हिन्दुविरोधी इटालियन इसाइ एंटोनियो माइनो मारियो की गुलाम है ।
बोफोर्स दलाली कांड एंटोनियो माइनो मारियो व इसके इटालियन मित्र कवात्रोची के भारत विरोधी षडयन्त्र का परिणाम था। बदनाम किया गया बेचारे राजीब गांधी जी को।
इस दलाली कांड में जो भी हुआ उसमें सोनिया गांधी हर तरह से दोषी है।कहते भी हैं कि चोर चोरी करने के बाद कोइ न कोइ प्रमाम छोड़ ही जाता है और यही सब इस बोफोर्स कांड में भी हुआ।
इस डकैती में एंचोनिया के सामिल होने का सपष्ट प्रमाण है एंटोनियो के कहने पर गुलाम सरकार द्वारा जनवरी 2006 में कवात्रोची के विदेशों में जमा पैसे को छुड़बाना।
सोनिया गांधी के इस चोरी में सामिल होने का दूसरा प्रमाण है कवात्रोची को क्लीनचिट देकर सरकार जाने से पहले मामले को हमेसा के लिए दबा देने का असफल प्रयत्न ।
सोनिया का गुलाम मनमोहन सरकार हार रही है इसका भी ये सपष्ट संकेत है
सोनिया गांधी ने भारत में चोरी से कमाया पैसा बिदेसों में जमाकर रखा है इसका सबसे बड़ा प्रमाण है प्रखर देशभक्त स्वामी रामदेब जी द्वारा बिदेशी बैंकों जमा काले धन को बापिस लाने के अभियान का कांग्रेस व विदेशी टुकड़ों पर पलने बाले उसके सहयोगी मीडिया द्वारा बिरोध करना।
भारत के एकमात्र बेदाग प्रधानमंत्रीपद के दाबेदार लालकृष्ण जी अडबाणी द्वारा सरकार बनाने के बाद 100 दिनों के भीतर बिदेशी बैंकों में जमा कालेधन को भारत लाने की घोषणा के बाद कांग्रेस द्वारा अडबाणी जी पर बोला गया चौतरफा हमला इस बात का चौथा प्रमाण है कि कांग्रेस की आका किस हद तक कालेधन की बात सुनकर घबरा गइ है।
राजीब गांधी जी की हत्या में समिलित होने की संदिगध डी एम के के साथ मिलकर सोनिया गांधी द्वारा सरकार बनाना इस बात का पांचमा प्रमाण है कि राजीब जी की हत्या में कवात्रोची के साथ-साथ सोनिया गांधी भी सामिल थी। इस बात की पुष्टी पिछलेदिनों हो चुकी है।
आपको याद होना चाहिए कि जिस तरह बोफोर्स कांड मे राजीब गांधी जी को बदनाम किया गया ठीक इसी तरह अनाज के बदले तेल घोटाले मेभी पैसा सोनिया गांधी ने खाया और बदनाम किया नटबर सिंह जी को।
अधिक जानकारी के लिए आप मेरा ब्लाग पड़ें देस में कैसे-कैसे देशविरोधी-हिन्दुविरोधी ष्डयन्त्र हो रहे हैं आपको सब पता चल जायगा।
सोनिया गांधी के इस कारनामे के बाद हम तो यही कहेंगे विनाशकाले विपरीत बुद्धि।
जागो हिन्दु जागो।
इस डकैत की गुलाम सरकार के बाकी कारनामें भी देखो जरा
v इस सैकुलर गिरोह ने तो मानो निर्दोष शान्तिप्रिय हिन्दुओं को आतंकवादी घटनाओं में झूठा फंसाकर आतंकवादी सिद्ध करने की कसम उठा रखी हो और उठांए भी क्यों न एक तरफ शहीद मोहनचन्द शर्मा जी के बलिदान का अपमान करने के मुद्दे पर अभी देशभक्त हिन्दुओं का गुस्सा शान्त भी नहीं हुआ था कि राजठाकरे के माध्यम से हिन्दुओं को क्षेत्रवाद के आधार पर लड़ाकर फूट डालो और राज करो की साजिश का पर्दाफाश हो गया। ऊपर से पिछले कई दशकों से बोले जा रहे इस झूठ का कलंक कि हिन्दू आतंकवादी हैं जब पिछले पाँच सालों के षड्यन्त्रों के बावजूद कोई हिन्दू आतंकवादी न मिला तो मरता क्या न करता इसलिए हताशा में एक निर्दोष राष्ट्रभक्त साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को ए .टी .एस पर दबाव बनाकर डलबा दिया जेल में यह भी न सोचा कि देशद्रोही हिन्दुविरोधी जिहाद समर्थक गिरोह की सरकार द्वारा निर्दोष राष्ट्रभक्त हिन्दुओं को जेल में डालकर ‘हिन्दू आतंकवादी हैं , ‘हिन्दू आतंकवादी हैं , प्रचारित करने से कोई उस पर भरोसा करने वाला नहीं क्योंकि सब जानते हैं कि जिहादी आतंकवादियों को अपना भाई बताने वाली सरकार, उनको सजा से बचाने के लिए पोटा हटाने वाली सरकार, सेना व पुलिस के बहादुर जवानों द्वारा मारे गए जिहादी आतंकवादियों के परिवारों को मुआबजा देने वाली सरकार, माननीय सर्वोच्च न्यायालय से फाँसी की सजा प्राप्त जिहादी आतंकवादी मुहम्मद अफजल को फाँसी न देकर दो वर्ष से उसे बचाकर रखने वाली सरकार ,प्रतिशोध में बेबकूफ बने हिन्दू राहुल राज को एक पल में आनॅ द स्पाट गोली मारकर फाँसी देने वाली सरकार, क्वात्रोची जैसे देशविरोधी लुटेरे एन्टोनियो माइनो मारियो के एजेंट के लंदन बैंक में देशभक्त सरकार द्वरा जब्त करवाए गए वोफोर्स काँड दलाली के पैसे को कानूनमन्त्री भेज कर छुड़वाने वाली सरकार, आसाम में बंगलादेशी घुसपैठियों के साथ मिलकर सरकार बनाकर जिहादी आतंकवादियों द्वारा हिन्दुओं को मरवाने व बेघर करवाने वाली सरकार, इन हत्यारे बंगलादेशी घुसपैठिए जिहादी आतंकवादियों को बांगलादेश वापिस भेजने के लिए माननीय सर्वोच्चन्यायालय के आदेशों को न मानने व ऐसे सभी कानूनों को तोड़ने वाली सरकार, जिहादी आतंकवादियों को कानून बनवाकर जेलों से छुड़वाने वाली सरकार , जिहादी आतंकवादियों को अपने प्राणों की बाजी लगाकर पकड़ने या मारने वाले सेना व पुलिस के बहादुर जवानों को जेलों में डलवाने वाली सरकार,शहीद मोहन चन्द शर्मा जी जैसे देशभक्तों के बलिदान का अपमान करने वाली सरकार देशभक्तों को अपमानित करने के लिए कोई भी षड्यन्त्र रच सकती है, किसी भी हद तक गिर सकती है ।
v निर्दोष राष्ट्रभक्त साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जी को जेल में डालना इसी षड्यन्त्र का एक हिस्सा है इससे पहले भी यह सरकार राष्ट्रभक्त सन्त परम पूजनीय स्वामी रामदेव जी को अपमानित करने के लिए कई षड्यन्त्र रचकर मुंह की खाकर अपनी फजीहत करवा चुकी है । निर्दोष राष्ट्रभक्त साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जी के मामले में भी सरकार के षड्यन्त्र का यही हश्र होने वाला है । वैसे भी जरा आप निष्पक्ष होकर सोचो कि जो सरकार हिन्दूविरोधियों को खुश करने के लिए भगवान राम जी के अस्तित्व को ही नकार सकती हो वो भला भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के लिए क्या नहीं कर सकती है बोले तो ,कुछ भी कर सकती है ये तो सेना, राष्ट्रभक्त हिन्दुओं व उनके संगठनों का डर है जो इस देशद्रोही हिन्दुविरोधी जिहाद व धर्मांतरण समर्थक गिरोह को अपने नापाक कदम पीछे खींचने पर मजबूर कर देता है वरना आज तक तो यह देशद्रोही हिन्दुविरोधी गिरोह जिहाद व धर्मांतरण समर्थकों के साथ मिलकर सारे भारत से भारतीय संस्कृति बोले तो हिन्दू संस्कृति का नामोनिशान उसी तरह मिटा देता जिस तरह कश्मीरघाटी,उत्तरपूर्व के कई क्षेत्रों से मिटाया व देश के कई अन्य हिस्सों में यह हिन्दू मिटाओ हिन्दू भगाओ अभियान जोर-शोर से चल रहा है पर यह वहीं सम्भव हो पा रहा है जहां हिन्दू संगठन बिल्कुल कमजोर हैं और हिन्दू संगठन वहां पर कमजोर हैं जहां पर राष्ट्रभक्त कम संख्या में हैं अतः सारे भारत में राष्ट्रभक्तों की संख्या बढ़ाकर व देशद्रोही हिन्दुविरोधी जिहाद व धर्मांतरण समर्थकों की संख्या घटाकर भारतीय सेना के हाथ मज़बूत कर भारतीय संस्कृति को बचाकर विश्वगुरू भारत का पुनःनिर्माण करने के लिए हिन्दूक्रांती देश की जरूरत है शौक नहीं ।

9 comments:

  1. १०० प्रतिशत सच. जिसे कहने के लिए हमारे सेकुलर मीडिया के पास साहस नहीं है. शुभकामनाएं.

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  2. आदरणीय योगेशजी,
    आपने हिन्दु समाज को अपने प्रभावशाली लेख के माध्यम से झकझोरने का महती प्रयास किया है। वर्ण व्यवस्था और ऊंच नीच के कलुशित विचारों से विषृखलित हिन्दू समाज को संगठित करने के लिये आपके विचार स्वागत योग्य हैं।

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  3. सिक्के के दोनों पहलू देखना जरूरी है!

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  4. यदि ये सब सत्य है तो बहुत विचारणीय है...


    मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आभार

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  5. hume apne atit ko loutane ke lie mahasamar shuru karna pad sakta hai,aur jaruri pada to hum karenge bhi

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  6. sunil ji, aap bahut achha likhte hai, apne blog ka font thoda bada karo, jis se padne main asani rehega. font bahut hi chhota hai.

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